आदरणीय गौभक्त श्री:
विषय – गौमाता और किसानो की समस्याओ का सरल समाधान – ग आधारित कृषि मे अति उपयोगी गो-कृपा अमृतम बैक्टीरिया की जानकारी हेतु।


जय गोमाता,
हम गोभक्तों को गर्व है की कलिकाल मे अति दुर्लभ गोसेवा का कार्य प्रभुकृपा से प्राप्त हुआ है| गोसेवा कार्य करते करते हमे वर्तमान समय मे गौमाता की समस्याओ को देख कर हर गौभ्क्त चिंतित रहते है और यथा संभव उसका समाधान लाने के प्रयास मे रहते है| हमे गोसेवा कार्य करते हुए यह ध्यान मे आया है की जब तक किसान गोमाता की महत्ता समज कर गोमाता को अपने घर मे श्रद्धा पूर्वक सन्माननीय स्थान नहीं देगा तब तक गोमाता की और किसान की समस्याओ का समाधान नहीं होगा| गोशाला पांजरापोल आपातकालीन धर्म है, गोमाता का सच्चा स्थान किसान का घर है|
किसानो ने विदेशी षडयंत्रो का शिकार बन मजबूरन या अज्ञानता के वश हो कर गोमाता को घर से निकाल दिया है जिसके कारन गोमाता को रस्ते पे दर दर भटकते हुए, कूड़ा कचरा खाते हुए दु:खमई जीवन व्यतीत करना पड़ता है| अंत मे क़तल खाने पहोचती है जिससे हम सब गौभक्त दुखी है|गोमाता की समस्याओ का सरल समाधान पाने के प्रयास मे हम काफी सालो से लगे थे और हमे खुशी है की गोमाता की कृपा से सरल समाधान प्राप्त हुआ है जिसके माध्यम से हर किसान दूध न देने वाली गोमाता को भी घर मे सन्मान सहित रखने को खुशी खुशी तैयार होगा|
गत ५-६ वर्षों से विशेष स्वर्ण कपिला, श्याम कपिला, ष्वेत कपिला, ताम्र्ब कपिला गोरचना गोमाताओ के पंचगव्य और दिव्य संत महापुरुषों के मार्गदर्शन और हिमालय की दिव्य औषधि से निर्मित द्रावण पर अनुसंधान करते हुए हमे दिव्य द्रावण प्राप्त हुआ जिसमे ४० से ज्यादा प्रकार के सूक्ष्म मित्र जीव (बैक्टीरिया) प्राप्त हुए जिनका हमने अलग अलग प्रकार की फसलों मे प्रयोग करने से अच्छे चमत्कारिक परिणाम प्राप्त हुए जिस से किसानो को रसायनिक खाद और जहरीली दवाइयो (पेस्टिसाइडस) के खर्च और दुष्परिणामों से छुटकारा मिलेगा और गो-आधारित कृषि को ज्यादा बल मिलेगा और किसानो की खेती सरल और सहज होगी|
यह द्रावण (बैक्टीरिया) को समाज के समक्ष रखने से पहले हर तरह की वैज्ञानिक जांच कारवाई है और वैज्ञानिक जांच मे भी अधिक मात्रा मे सह जीवी बैक्टीरिया पाए गए है| इस मे मुख्य रूप मे-
- ४ प्रकार के बैक्टीरिया एसे है जो हवा मे से नाइट्रोजन ले कर सुपाच्य स्वरूप मे जड़ो को उपलब्ध करते है| इस लिए किसानो का यूरिया मे खर्च बच जायेगा|
- ४-६ प्रकार के बाइक्टिरीय एसे है जो रोग नियंत्रक और किट नियंत्रक का काम करते है|
- ६ बैक्टीरिया एसे है जो वैज्ञानिक भाषा मे जियो बैक्टर कहते है| यह बैक्टीरिया गोमय, गोमूत्र और धरती मे रहे धातु और खनिज पदार्थो को सुपाच्य स्वरूप मे जड़ो को उपलब्ध कराते है|
- ६ बैक्टीरिया एसे है जो खाद को कम्पोस्ट करने का कम करते है| लेक्टोबसीलस बैक्टीरिया जो पौधे और फल के विकास मे अच्छा कार्य करते है|फास्फोरस पे काम करने वाले बैक्टीरिया जो सुपाच्य रूप मे पौधे को उपलब्ध करते है|
- और सबसे बड़ी बात यह है की यह द्रावण के प्रयोग करने से जमीन मे केचुओ की वृद्धि बड़ी मात्रा मे होती है और इसके कारण अलग प्रकार के केचुए या उसके खाद अलग से लाने की आवश्यकता नहीं रहती और जमीन का उपजाऊपन आसानी से बढ़ जाता है|


वैज्ञानिको और गौ-भक्तो से यह दिव्य द्रावण का क्या नाम रखा जाए उसकी चर्चा मे थे तब हमे ध्यान मे आया की यह द्रावण गोमाता की कृपा से ही प्राप्त हुआ है इस लिए इसका नाम “गो-कृपा अमृतम” बैक्टीरिया ही रखना चाहिए और सब की सम्मति से यह नाम रखा गया| इसे बनाने मे, परीक्षण करने मे, वितरण करने मे काफी खर्च हुआ और आगे भी होने की संभावना है। फिर भी गोमाता और किसानो के हित मे हमने इसका आजीवन नि:शुल्क वितरण करने का संकल्प किया है और जन्माष्टमी के दिन इसका प्रक्षेपण किया है| अब तक तकरीबन ४०००० से ज्यादा किसानो ने इसे अपनाया है और खूब अच्छा परिणाम प्राप्त किया है।
हम किसानो के बिच गाँव गाँव जा कर इसका नि:शुल्क शिबिर कराते है जिसके साथ बैक्टीरिया वितरण और प्रशिक्षण भी देते है जिसके माध्यम से कई किसानोने गोमाता को भक्ति और श्रद्धा पूर्वक घरो मे लाकर स्थान दिया है| हमारी आप से प्रार्थना है की आप के विस्तार मे गोमाता और किसान की सुखकर के लिए यह गो-कृपा बैक्टीरिया के बारे मे प्रत्यक्ष हमारी गोशाला मे आकार जानकारी एवम बैक्टीरिया प्राप्त करके अपने विस्तार के किसानो तक पहोचाए या आप के विस्तार मे किसान शिबीर का आयोजन करे जिसमे हम नि:शुक्ल सेवा प्रदान करेगे। और अधिक जानकारी आप हमारी you tube चैनल से प्राप्त कर सकते है|
गोमाता की सेवा के माध्यम से किसानो के घर खुशहाली लाकर पुन:भारत को विष्व गुरु बनाने के अभियान मे आप सब के सहयोग की अपेक्षा करते है|
धन्यवाद| जय गोमाता।